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खूबसूरत मोहब्बत पार्ट-4

खूबसूरत मोहब्बत पार्ट-4





अगले दिन नेहा उठकर अपना डेली रूटीन का काम खत्म कर के अपने ऑफिस जाती है जैसे ही वो ऑफिस में प्रवेश करती है तो वो देखती है आज ऑफिस में अजीब सी चहल पहल है लेकिन वो उस तरफ ध्यान न देकर अपने केबिन में चली जाती है।

नेहा अपने काम में बिजी होती है की उसके केबिन का डोर नॉक होता है वो बिना ऊपर देखे ही कम इन बोल देती है.........

जब कुछ सेकंड तक अन्दर आया हुआ शख्स कुछ नही बोलता है तो नेहा अपना सर उठा कर ऊपर देखती है और चौंकते हुए बोलती है
सर आप यहाँ क्या हुआ सब ठीक तो है न सर?? अगर कुछ काम था तो आप मुझे बुला लेते आप क्यों आये??

वो शख्स बोलता है- बेटा मैं अब से इस कंपनी में नहीं आऊंगा!!!!

नेहा एकदम से चौंकाते हुए - लेकिन क्यों सर क्या हुआ अचानक से ?? सब ठीक तो है ना सर??

सर- हां बेटा सब ठीक है लेकिन मेरे बेटे ने ये कंपनी किसी को बेच दी है तो अब से इस कंपनी का मालिक मै नहीं हु कोई और तुम्हारा मालिक होगा।

नेहा- सर लेकिन अचानक से क्या हुआ कल तक तो सब ठीक था?

सर- हां बेटा लेकिन पता नहीं अचानक से कल ही शाम को मेरे बेटे ने ये डिसिशन लिया तो मैने भी उसे समझाने की कोशिश की लेकिन वो नहीं माना.....आजकल बच्चो के सामने किसकी चलती है जो मेरी चलती....और इतना बोल कर वो हँस देते है।

नेहा नाम आँखों से - कोई बात नही सर इसमें आपकी कोई गलती नहीं है लेकिन आप चिंता मत करना आपकी ये बेटी तब भी उसी शिद्दत और ईमानदारी से अपना काम करेगी।

सर- मुझे मेरी बेटी से यही उम्मीद थी.....शाबाश बेटा और हाँ पराया मत करदेना .....
कभी भी कोई मदद की जरुरत पड़े तो बे झिझक कह देना!!!

नेहा- आप मेरी फ़िक्र मत करो सर मैं संभाल लुंगी सब!

सर- बेटा God bless you😊😊

Neha - उनके गले से लगते हुए आपका आशीर्वाद साथ है ना सर बस वही काफी है.....thanks a lot sir!!!

सर- अच्छा बेटा अब मैं चलता हूँ

नेहा- ठीक है सर बाय

सर वहा से चले जाते है और नेहा सोच रही होती है पता नहीं नया मालिक कौन होगा कैसा होगा सर कितने अच्छे थे हमेशा गलत करने पे समझाते थे कभी भी अपने रुतबे का गलत इस्तेमाल नहीं किया इन्होंने तभी पेओन अंदर आता है और बोलता है मैडम नए सर आये है उन्होंने आप को अपने केबिन में बुलाया है

पेओन ये बोल कर वहा से चला जाता है और नेहा भी अपने आप को उस नए मालिक को फेस करने के लिए तैयार कर लेती है और अपने केबिन से निकल कर उसके केबिन के तरफ बढ़ जाती है।

नेहा जैसे ही केबिन में एंटर करती है तो सामने बैठे शख्स को देखकर उसके होश उड़ जाते है.........और उसके मुँह को जैसे ताला लग गया हो!!

जब वो काफी देर तक कुछ नहीं बोलती है तो सामने बैठा शख्स नेहा की तरफ अपना हाथ आगे करते हुए
हेलो मिस "नेहा भारती यादव" और नेहा ये सुन कर होश में आती है और हड़बड़ा कर बोलती है हेलो सर!!!!!!!

तो वो आदमी नेहा के तरफ देखते हुए क्या बात है नेहा जी ऐसे क्यों घूर रही हो मुझे कही पहली नज़र में ही प्यार तो नहीं हो गया ना?? और हल्का सा हँस देता है!!

नेहा अपनी नज़र हटाते हुए - नो....नो....सर ऐसा कुछ नहीं है!

वो आदमी उसे अजीब नजरों से घूर कर देखता है और बोलता है- तो आज से मैं आपका नया मालिक हूं और आज से आपको मेरे बनाये हुए नए रूल्स फॉलो करने होंगे!!!!!

नेहा थोडा हकलाते हुए- ओके सर......अब मैं जा सकती हूँ सर?

वो आदमी- अभी अभी तो आप आयी है इतनी क्या जल्दी है जाने की थोड़ी देर बैठिये!!!!
और नेहा को कुर्सी के तरफ इशारा करता है!
नेहा ना चाहते हुए भी बैठ जाती है!

वो आदमी - तो और बताओ नेहा जी सब कैसा चल रहा है? किसी तरह की कोई दिक्कत हो आपको तो आप मुझे बता सकती है!

नेहा - नो सर कोई दिक्कत नही है सब अच्छा चल रहा है!

वो आदमी बेल बजा कर पेओन को बुलाता है और 2 कप कॉफ़ी के लिए बोलता है

नेहा थोड़ा हिचकिचा कर - नो थैंक्स सर कॉफ़ी की क्या जरुरत है .......

वो आदमी थोड़ा सा चिल्लाने के अंदाज़ में- मिस नेहा मैंने आपसे राय नहीं मांगी है तो आप थोड़ी देर चुप रहे तो बेहतर होगा!
ये मेरा ऑफिस है और शायद ये तो आप जानती होंगी अपने सीनियर से कैसे बात की जाती है??

नेहा- सॉरी सर और अपना सर झुका लेती है!

वो इंसान ये देखकर थोड़ा नरमी से पेश आते हुए- नेहा जी एम सॉरी मेरा आपको हर्ट करने का कोई इरादा नहीं था !!

नेहा- इट्स ओके सर

तभी कॉफ़ी आ जाती है और वो इंसान एक कप नेहा को देता है और दूसरा खुद ले लेता है और नेहा को कॉफ़ी पीने के लिए बोलता है तो नेहा थोड़ा सोच में पड़ जाती है तो वो आदमी बोलता है - मिस नेहा इतना मत सोचिये कुछ ऐसा वैसा नहीं पिला रहा आपको! इतना ट्रस्ट तो आपको मुझपे करना ही पड़ेगा आखिर आपका सर जो हूँ अब मैं ........ !!!!!

नेहा थोड़ा हड़बड़ाते हुए कॉफ़ी का कप ले लेती है और बोलती है- नो सर ऐसा कुछ नही है बस मैं तो काम के बारे में ही कुछ सोच रही थी!

वो इंसान कुछ सोचते हुए- नेहा जी आज तो मेरा पहला दिन है लेकिन कल से आपको अपना ऑफिस टाइम बढ़ाना पड़ेगा और रात को 9 बजे तक आपको ऑफिस में रहना होगा और सिर्फ आपको ही नही पूरा स्टाफ अब रात 9 बजे तक काम करेगा!

नेहा अपने एक्सप्रेशन छुपाते हुए- ओके सर जैसा आप कहोगे वैसा ही होगा!

वो इंसान- ओके नेहा जी तो अब आप जा सकती है !
नेहा जल्दी से उठ कर अपने केबिन में आ जाती है और जोर जोर से साँसे लेती है.......वैसे तो नेहा कभी किसी से नही डरती है ना ही कभी नर्वस होती है लेकिन आज उस इंसान के सामने ना जाने क्यों नेहा घबरा गयी

नेहा अपने आप से - कूल डाउन नेहा वैसा कुछ नहीं है जैसा तू सोच रही है इतना मत सोच ये कोई इत्तेफाक भी हो सकता है! और बोतल उठा कर पानी पीती है और लैपटॉप में अपना काम करने लग जाती है!

उधर नेहा के जाने के बाद वो आदमी अपनी कुर्सी से उठता है और खिड़की के पास जाकर खड़ा हो जाता है और अपने आप से बोलता है-"" ये मेरा पहला कदम है अपनी मंजिल की तरफ अब बस तुम देखती जाओ आगे आगे क्या होता है!""
"बहुत शौक है मुझे शेर पालने का,
लेकिन तुमको शौक गलतफहमियों का!
मेरा शेर हमला भी करे तो सिर्फ शारीरिक घाव मिलेंगे,
लेकिन तुम्हारी गलतफहमियों ने दिया जिंदगी भर का दुख!!"

वही ठाकुर भवन में अभिजीत बैठा अपनी सभी कम्पनीज की इनफार्मेशन चेक कर रहा होता है की अचानक से उसकी नज़र एक फ़ाइल पर जाती है और उस फाइल में A.S. international Company के मैनेजर का रेसिग्नेशन लेटर होता है वो उस फाइल को उठाता है!

अभिजीत किसी को कॉल करता है और पूछता है की कल जो नोटिस लगवाया था उसके लिए कोई एप्लीकेशन आया?
उधर से - नो सर अभी तक तो कोई एप्लीकेशन नहीं आया है!
अभिजीत - ठीक है कोशिश करो जल्दी से जल्दी उस पोस्ट के लिए किसी अच्छे काबिल इंसान को ढूंढने की!

वो अदमी - ओके सर

अभिजीत अपना कॉल काट देता है और प्रेस में कांटेक्ट करता है और सभी न्यूज़ पेपर में उस नोटिस को छापने के लिए बोल देता है!

वहीं नेहा अपने ऑफिस का काम खत्म करके शाम को अपने घर निकलने के लिए पार्किंग में अपनी एक्टिवा के पास आती है और जैसे ही वो स्कूटी स्टार्ट करती है इतने में ही उसका बॉस उसके पास आ जाता है और बोलता है मिस नेहा अगर आप गलत ना सोचें तो क्या मैं तुमसे कुछ कह सकता हूं?

नेहा फटाक से मुड़ कर देखते हुए श्योर सर बोलिये क्या कहना है आपको!

बॉस- कल से आपको बहुत लेट हो जायेगा और रात को 9 बजे आपको अकेले स्कूटी पर जाना सेफ नही रहेगा तो कल से आप चाहो तो मेरे साथ चल सकती है मैं सेफली आपको आपके घर छोड़ दूंगा! अगर आपको मुझपे विश्वास ना हो तो मैं आपको फाॅर्स नही करूंगा! आगे आपकी मर्जी!

नेहा थोड़ा सोचते हुए - सर मैं परसों से आपके साथ चली जाउंगी!

बॉस अपनी ख़ुशी छुपाते हुए- जैसा तुम चाहो.....!बाय गुड नाईट ध्यान से जाना!

नेहा - ओके सर आप भी ध्यान से जाना और मुस्कुरा देती है!
बॉस वहा से चला जाता है और नेहा भी स्कूटी लेकर अपने घर चली जाती है!

नेहा घर आकर चेंज करके नीचे आती है और सोफे पर बैठ जाती है और तन्वी को कॉल करती है
नेहा- कहाँ हो दीदी आप आज अभी तक क्यों नही आये हो?
तन्वी- अरे बाबा आ रही हूँ थोड़ा तो वेट कर लिया कर!
आज कुछ लेना था तो मार्किट आ गयी थी बस 5 मिनट में पहुँच रही हूँ!
नेहा- ओके दीदी जल्दी आना! और फ़ोन काट कर टेबल पर रख देती है!

वही तन्वी मार्किट से सामान लेकर आ ही रही होती है की अचानक से सामने एक गिफ्ट शॉप पर वो एक लड़के को देखती है जिसे देखकर तन्वी थोड़ा घबरा जाती है और जल्दी जल्दी अपने घर आ जाती है!

जब नेहा तन्वी को ऐसा घबराया हुआ देखती है तो वो उसे सोफे पर बैठाती है और पानी पिलाती है फिर जब तन्वी थोड़ा नार्मल हो जाती है तो नेहा पूछती है क्या हुआ दीदी आप इतनी घबराई हुई क्यों है?

तन्वी अपने आप को संभालते हुए बोलती है- वो आज मार्किट में मैंने उसको देखा,........
नेहा बोलती है किसे दी..... किसको देखा मुझे बताओ?

तन्वी लम्बी सांस लेकर- आज मैंने मार्किट में गिफ्ट शॉप में आदित्य को देखा!

तन्वी आदित्य का नाम सुनकर थोड़ा चौंक जाती है लेकिन फिर तन्वी को नार्मल करते हुए- कूल डाउन दी कुछ नही होगा और आप इतना डर क्यों रही है आदित्य को देख कर आदित्य कुछ नहीं कर सकता आपको जब तक मैं आपके साथ हूँ वो आपको छू भी नहीं सकता!

तन्वी नेहा के गले लग जाती है और नेहा भी तन्वी को थपथपाती है और बोलती है मैं हूँ ना दी आप चिंता मत करो बिलकुल भी!

फिर जब तन्वि शांत हो जाती है तो नेहा बोलती है दी आप चेंज करके आओ मैं तब तक खाना लगा देती हूँ
तन्वी चेंज करने अपने रूम में चली जाती है और वही नेहा किचन में सुनीता की मदद करवा रही होती है खाना लगवाने में और सोचती है
"दीदी पहले ही इतनी परेशान है और मैं दीदी को आज ऑफिस की बातें बता कर और परेशान नहीं कर सकती ये मुझे खुद ही हैंडल करना होगा!"

तभी तन्वि आ जाती है फ्रेश होकर फिर सब लोग मिल कर खाना खाते है और खाना खा कर सब अपने अपने रूम में चले जाते हैं सोने के लिए!

तन्वी अपने रूम में जाकर आज दिन के बारे में सोचती है और अपने मन में एक फैसला लेती है और किसी को एक मैसेज करके बेड पर चली जाती है सोने के लिए!

वही उधर जब नेहा का बॉस घर पहुंचता है तो आज दिन के बारे में सोच कर बहुत खुश हो जाता है और अपनी लैपटॉप की स्क्रीन पर कुछ देखने लगता है अचानक से ही उसका ध्यान अभी अभी आई इ-मेल की तरफ जाता है वो उस मेल को खोल कर देखता है तो उसके होश उड़ जाते है और वो उठ कर खड़ा हो जाता है और चिल्लाते हुए अपना हाथ दीवार में देकर मारता है और बोलता है नही ऐसा कभी नहीं हो सकता!
तुम मेरे साथ ऐसा नहीं कर सकती हो मैं ऐसा नहीं होने दूंगा!
वो उठ कर अपने किसी आदमी को कॉल करता है और उससे कुछ समझाता है और फिर खुश होते हुए अपने आप से कहता है
"अब देखता हूँ कौन मेरे मंसूबो पे पानी फेरता है मैं हर उस वजह को ही ख़तम करदूंगा जो मेरी मंजिल के बीचे आयेगी!"  और बहुत तेज से हसता है!!!!!!!!

वही ठाकुर भवन में अभिजीत अपने 2-3 आदमियों को उस मैनेजर पोस्ट के लिए एक काबिल इंसान को ढूंढने का काम दे देता है क्यूंकि बिना मैनेजर कंपनी को हैंडल करना मतलब बिना नाविक नाव चलाना है!

क्रमश:.........🐬🌞


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6 Comments

Fiza Tanvi

20-Nov-2021 01:11 PM

Good

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Sana khan

28-Aug-2021 06:16 PM

Wow

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Fiza Tanvi

27-Aug-2021 12:06 PM

Nice

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